वक़्त के साथ हर याद
छोड़ गया हर निशान
रह गयी धुंधली सी याद
वो जमाना जब हम किया
करते थे मस्तिया
पर अब सब खत्म सा
हो गया और खो गयी
कही वो सुनहरी यादे,
वक़्त के साथ
अब तो याद है,
काम काम काम
क्यों हो गए बड़े?
आ गयी जिम्मेदारिया
और बस सघर्षो के साथ
पूरी करने लगे हम
और बढ़ने लगे की कैसे
बढ़ा जाये उचाई पर
इसी में बिता दी जिन्दगी
के हसीं पल हमने
और वक़्त उड़ गया पता नहीं कहा
और बस रह गयी यादे
छोड़ गया हर निशान
रह गयी धुंधली सी याद
वो जमाना जब हम किया
करते थे मस्तिया
पर अब सब खत्म सा
हो गया और खो गयी
कही वो सुनहरी यादे,
वक़्त के साथ
अब तो याद है,
काम काम काम
क्यों हो गए बड़े?
आ गयी जिम्मेदारिया
और बस सघर्षो के साथ
पूरी करने लगे हम
और बढ़ने लगे की कैसे
बढ़ा जाये उचाई पर
इसी में बिता दी जिन्दगी
के हसीं पल हमने
और वक़्त उड़ गया पता नहीं कहा
और बस रह गयी यादे
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